पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने कहा है कि चेन्नई सुपर किंग्स को अगले मेगा ऑक्शन में महेंद्र सिंह धोनी को रिटेन नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर 2021 में IPL के लिए मेगा ऑक्शन होता है, तो CSK को दूसरे प्रतिभावान खिलाड़ियों को ढूंढना चाहिए। अगर टीम धोनी को चुनती है, तो वे 15 करोड़ रुपए गंवा देंगे। धोनी को राइट टू मैच कार्ड से टीम धोनी को वापस ले सकती है।
चेन्नई सुपर किंग्स को धोनी को रिलीज करना चाहिए
आकाश चोपड़ा ने कहा की चेन्नई फ्रेंचाइजी को धोनी को रिलीज करना चाहिए और वापस ऑक्शन के पूल में डालना चाहिए। उन्होंने कहा, 'CSK मेगा ऑक्शन में धोनी को डाले। अगर मेगा ऑक्शन होता है, तो आपको उस खिलाड़ी के साथ 3 साल रहना होगा, पर क्या धोनी 3 साल खेल सकेंगे? मैं ये नहीं कह रहा कि आप धोनी को टीम में न रखें। वे जरूर अगला IPL खेलेंगे, लेकिन रिटेन करने से आपको उन्हें 15 करोड़ रुपए देने होंगे।'
मेगा ऑक्शन में 15 करोड़ रुपए का सही खिलाड़ी ढूंढ़े CSK
आकाश चोपड़ा ने कहा, 'अगर धोनी सिर्फ 2021 का सीजन खेलते हैं और 2022 नहीं खेल पाते हैं, तो फ्रेंचाइजी को 15 करोड़ रुपए वापस मिल जाएंगे। लेकिन टीम को 15 करोड़ की कीमत का सही प्लेयर तो नहीं मिल पाएगा। मेगा ऑक्शन का यही फायदा है कि अगर आपके पास पैसे हैं, तो आप एक अच्छी टीम बना सकते हो।'
राइट टू मैच कार्ड से धोनी को टीम में शामिल करे CSK
आकाश चोपड़ा ने कहा, 'अगर आप धोनी को मेगा ऑक्शन में डालते हैं, तो उन्हें आप राइट टू मैच कार्ड से वापस से टीम से जोड़ सकते हैं और आपको पैसे भी ज्यादा खर्च नहीं करने पड़ेंगे। वहीं बचे पैसों से आप सही खिलाड़ी खरीद पाएंगे। मुझे लगता है कि फ्रेंचाइजी को उन्हें रिलीज कर दोबारा खरीदना ही सही फैसला होगा।'
चेन्नई को मेगा ऑक्शन की सबसे ज्यादा जरूरत
आकाश चोपड़ा ने कहा कि मौजूदा 8 टीमों में से चेन्नई सुपर किंग्स ही एकमात्र ऐसी टीम है, जिसको मेगा ऑक्शन की सबसे ज्यादा जरूरत है। उनके पास मौजूदा समय में कोई ऐसा प्लेयर नहीं है, जिनको वे रिटेन कर सकें। अगर आपको फिर से टीम बनानी है, तो क्या आप फाफ डु प्लेसिस और अंबाती रायडू जैसे खिलाड़ियों पर ज्यादा पैसे खर्च करना चाहेंगे? मुझे नहीं लगता कि टीम अब सुरेश रैना और हरभजन सिंह को अपनी नई टीम के चुनना चाहेगी।
क्या है RTM (राइट टू मैच) कार्ड
- IPL खेलने वाली टीमें दो तरीकों से अपने पास कुल 5 प्लेयर्स रिटेन कर सकती हैं। इनमें से पहला तरीका है- डायरेक्ट रिटेनिंग और दूसरा 'राइट टू मैच' कार्ड के जरिए।
- 'राइट-टू-मैच' कार्ड का इस्तेमाल ऑक्शन के दौरान होता है। इसके जरिए टीमें अपने उन प्लेयर्स को खरीद सकती हैं, जिन्हें उन्होंने रिटेन नहीं किया था। मान लीजिए मुंबई की टीम ने जिस प्लेयर को रिटेन नहीं किया है, अगर उस प्लेयर के लिए कोई दूसरी टीम सबसे ज्यादा बोली लगाकर उसे 2 करोड़ रुपए में खरीद लेती है, तो ऐसे में मुंबई की टीम उसे यही रकम देकर 'राइट टू मैच' कार्ड ऑप्शन का इस्तेमाल कर सकती है।
- दूसरी टीम हाइएस्ट बिडर होने के बाद भी उस प्लेयर को नहीं खरीद पाएगी और ये प्लेयर दोबारा मुंबई के पास चला जाएगा।
13वें सीजन में धोनी की टीम ने किया खराब प्रदर्शन
चेन्नई सुपर किंग्स IPL के 13वें सीजन में लीग के इतिहास का सबसे बुरा प्रदर्शन किया। टीम 14 मैच में से 6 जीती और 8 हारी और 12 पॉइंट्स के साथ 7वें स्थान पर रही। सुरेश रैना और हरभजन सिंह निजी कारणों से टीम को जॉइन नहीं कर सके।
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